संस्थान के बारे मे

साई सेवा संसथान का उद्देश्य उन सभी लोगों को साथ जोड़ना है जो साई के विचारों को अपनाते हैं और मदद की भावना रखते हैं फिर चाहे वो किसी भी जाती से आते हों किसी भी धर्म से आते हों , उनका उद्देश्य लोगो की मदद करना हो हम मात्र एक ही धर्म को मानते , जानते और समझते हैं कि सेवा और मदद किसी भी रूप मैं हो चाहे वो इंसान की हो या जानवर, पशु -पक्षी की उससे बड़ा पुण्य या सेवा कोई दूसरी नहीं और बाबा को इसी मैं सुकून मिलता था तो हम भी यही आशा करते हैं भक्त हमारे इस संसथान से जुड़ें और लोगों की मदद करें। …. ॐ साई राम 

साईं सेवा संस्थान के उद्देश्य 

साई सेवा  संस्थान श्री साईबाबा के आशीर्वाद से असहाय लोगों के विकास के लिए समर्पित है।  साई सेवा  संस्थान  में दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को नियंत्रित और प्रबंधित करने के लिए अधिकृत निकाय है जो की  आवास, भोजन (निःशुल्क), जलपान, और बहुत कुछ जैसी विभिन्न सुविधाएं भी प्रदान करता है। संस्थान भविष्य में उत्तराखंड के अंदर निशुल्क स्कूल और कॉलेज (जूनियर और सीनियर), औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), निशुल्क भोजनालय , अस्पताल और निशुल्क आश्रय  भी स्थापित करना चाहता  है।  साई सेवा  संस्थान  एक धर्मनिरपेक्ष संगठन है जहां सभी धर्मों को एक माना जाता है और आस्था और धैर्य की शक्ति में विश्वास सबसे महत्वपूर्ण है। एक ऐसा स्थान जहाँ सभी सिर प्रार्थना में झुक जाते हैं, जहाँ विश्वास की जीत होती है, जहाँ आशाएँ बनी होती हैं, जहाँ धैर्य का भुगतान होता है, और जहाँ अनंत आनंद और चिरस्थायी संतोष होता है। यह सब महिमा उस पवित्र संत की है, जो ज्ञान के सच्चे भंडार हैं, जिन्होंने सभी को पवित्र समानता से प्रसन्न किया और “सबका मलिक एक” कहकर मानवता और शांति के मानव जाति के गहने उपहार में दिए। साईबाबा ने “श्रद्धा-सबुरी” का सार्वभौमिक नारा दिया, यानी सभी के लिए विश्वास और धैर्य, भावना का अनुभव होता है। संस्थान का प्रत्येक प्रतिनिधि यह कामना करता है की वह बाबा के दिखाए मार्ग पर निर्भय चले और बाबा का आशीर्वाद हमेशा बना रहे। …. ॐ साईं राम

मुख्य संगठन 

संस्था प्रमुख (अध्यक्ष )

श्री कृष्णा 

संस्था सचिव

श्री सनूज 

उपाध्यक्ष 

श्री मति शशि रानी 

महामंत्री 

श्री मति माला राव 

कोषाध्यक्ष 

श्री एन के गुप्ता 

प्रचार मंत्री 

श्री धनराज गर्ग 

श्री सम्राट सिंह 

कार्यकारी सदस्य 

श्री आकाश गौड़ 

कार्यकारी सदस्य